आज के समय में जब बिजली के बिल लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में सोलर पैनल लगवाना एक स्मार्ट और लंबे समय का फायदेमंद निवेश बन चुका है। खासतौर पर 3.5 KW का सोलर पैनल घरेलू उपयोग के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि 3.5 किलोवाट का सोलर पैनल लगाने में कितना खर्च आता है, कितनी सब्सिडी मिलती है, और आवेदन प्रक्रिया क्या है।
Overview Table: 3.5 KW Solar Panel System (2025)
विषय | जानकारी |
---|---|
सोलर पैनल क्षमता | 3.5 KW |
अनुमानित लागत | ₹2,00,000 – ₹2,40,000 |
सब्सिडी दर | पहले 3 KW पर 40%, बाकी पर 20% |
कुल अनुमानित सब्सिडी | ₹74,000 तक |
फाइनल खर्च (सब्सिडी के बाद) | ₹1,30,000 – ₹1,60,000 |
योजना का नाम | Rooftop Solar Subsidy Yojana 2025 |
विभाग | Ministry of New and Renewable Energy (MNRE) |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों |
ऑफिशियल पोर्टल | https://solarrooftop.gov.in |
3.5 KW Solar Panel क्यों लगवाएं?
3.5 किलोवाट का सोलर सिस्टम एक औसत भारतीय घर के लिए उपयुक्त होता है, जिसमें फ्रिज, पंखे, टीवी, वॉशिंग मशीन आदि का नियमित उपयोग होता है। यह सिस्टम रोज़ाना करीब 14-18 यूनिट बिजली बना सकता है, जिससे महीने में लगभग 500 यूनिट तक बिजली उत्पन्न हो सकती है।
3.5 KW सोलर पैनल की लागत (Without Subsidy)
खर्च का हिस्सा | अनुमानित राशि (₹) |
---|---|
सोलर पैनल | ₹1,00,000 – ₹1,20,000 |
इनवर्टर व बैटरी (Optional) | ₹40,000 – ₹60,000 |
स्ट्रक्चर व वायरिंग | ₹20,000 – ₹30,000 |
इंस्टॉलेशन चार्ज | ₹10,000 – ₹15,000 |
कुल खर्च | ₹2,00,000 – ₹2,40,000 |
सब्सिडी कैसे मिलेगी?
MNRE द्वारा 2025 में घोषित सब्सिडी स्लैब के अनुसार:
- पहले 3 KW तक 40% सब्सिडी मिलती है।
- उसके बाद (3 KW से ऊपर) 20% सब्सिडी मिलती है।
उदाहरण के लिए 3.5 KW पर सब्सिडी गणना:
- 3 KW का 40% = ₹60,000
- 0.5 KW का 20% = ₹4,000
- कुल सब्सिडी = ₹64,000 – ₹74,000 (राज्य के हिसाब से)
सब्सिडी के बाद फाइनल खर्च
लागत | राशि (₹) |
---|---|
कुल लागत | ₹2,20,000 (औसतन) |
अनुमानित सब्सिडी | ₹70,000 |
अंतिम खर्च | ₹1,50,000 के आसपास |
यह खर्च आपके लोकेशन, सोलर कंपनी और सोलर पैनल की क्वालिटी पर निर्भर करता है।
सब्सिडी पाने की प्रक्रिया
- https://solarrooftop.gov.in पोर्टल पर जाएं।
- Apply for Rooftop Solar चुनें।
- राज्य और डिस्कॉम (DISCOM) सेलेक्ट करें।
- मोबाइल नंबर और उपभोक्ता संख्या डालें।
- लॉगिन करके डिटेल्स भरें और जरूरी डॉक्युमेंट्स अपलोड करें।
- MNRE रजिस्टर्ड Vendor से सोलर सिस्टम इंस्टॉल कराएं।
- इंस्टॉलेशन के बाद DISCOM निरीक्षण करेगा।
- सफल निरीक्षण के बाद सब्सिडी सीधे बैंक खाते में DBT से भेजी जाएगी।
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बिजली का ताज़ा बिल
- बैंक पासबुक की कॉपी
- प्रॉपर्टी प्रूफ (Registry या Tax Receipt)
- पासपोर्ट साइज फोटो
3.5 KW Solar System से मिलने वाले लाभ
- हर महीने 500 यूनिट तक बिजली जनरेट होती है।
- बिजली बिल में 80% तक की कटौती।
- 5-6 साल में लागत रिकवर हो जाती है।
- 25 साल तक की सोलर पैनल लाइफ।
- ग्रिड से कनेक्शन होने पर Net Metering का लाभ।
- पर्यावरण के लिए प्रदूषण-मुक्त समाधान।
Net Metering क्या है और क्यों जरूरी है?
Net Metering एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें आप सोलर पैनल से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को DISCOM को भेज सकते हैं। इसके बदले में आपके अगले महीने के बिल में यूनिट घटा दी जाती हैं। यह 3.5 KW सिस्टम में काफी फायदेमंद साबित होता है।
राज्य सरकारों की अतिरिक्त मदद
कुछ राज्यों में MNRE की सब्सिडी के अलावा अतिरिक्त राज्य सब्सिडी भी मिलती है:
राज्य | अतिरिक्त सब्सिडी |
---|---|
गुजरात | ₹10,000 – ₹20,000 तक |
राजस्थान | 10-20% अतिरिक्त |
उत्तर प्रदेश | 20% तक |
हरियाणा | फुल 40% सब्सिडी 3.5 KW तक |
इसलिए अपने राज्य की DISCOM वेबसाइट जरूर चेक करें।
Useful Knowledge: Install करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- केवल MNRE-approved Vendor से ही इंस्टॉलेशन कराएं।
- पैनल की efficiency 18% या उससे ज्यादा होनी चाहिए।
- सिस्टम की वारंटी जरूर जांचें (पैनल – 25 साल, इनवर्टर – 5 साल)।
- Net Meter लगाने की प्रक्रिया शुरू में ही Vendor से कन्फर्म करें।
- EMI पर भी सोलर पैनल मिलते हैं।
FAQ: अक्सर पूछे गए सवाल
Q1: 3.5 KW का पैनल कितनी बिजली बनाएगा?
Ans: रोज़ाना 14-18 यूनिट, महीने में लगभग 450-550 यूनिट।
Q2: सब्सिडी लेने में कितना समय लगता है?
Ans: इंस्टॉलेशन और DISCOM अप्रूवल के बाद 1 से 2 महीने में DBT से बैंक खाते में आती है।
Q3: क्या इसे EMI पर भी ले सकते हैं?
Ans: हां, कई कंपनियां 0% या कम ब्याज दर पर EMI सुविधा देती हैं।
Q4: क्या गांव में भी 3.5 KW का पैनल लगाया जा सकता है?
Ans: हां, यह योजना गांव और शहर दोनों के लिए है।
Q5: अगर जगह कम हो तो क्या 3.5 KW पैनल लग पाएगा?
Ans: 3.5 KW पैनल को इंस्टॉल करने के लिए लगभग 300-350 स्क्वायर फीट छत की जगह चाहिए होती है।
निष्कर्ष
अगर आप हर महीने का बिजली बिल कम करना चाहते हैं और पर्यावरण के लिए भी कुछ अच्छा करना चाहते हैं, तो 3.5 KW का सोलर सिस्टम एक बेहतरीन विकल्प है। सरकार द्वारा मिलने वाली सब्सिडी से इसकी लागत और भी किफायती हो जाती है। समय पर आवेदन करें और एक समझदारी भरा फैसला लें जो सालों तक फायदे देगा।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। सोलर सब्सिडी, लागत और पात्रता की जानकारी समय-समय पर बदल सकती है। कृपया आवेदन करने से पहले ऑफिशियल वेबसाइट https://solarrooftop.gov.in या अपने राज्य के DISCOM से अद्यतन जानकारी जरूर लें। लेखक या प्लेटफ़ॉर्म किसी बदलाव या हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।
अगर मेरे घर पर पहले से ही सोलर सिस्टम लगी हुई हे तो मुझे नेट मीटरिंग करवाना हो तो क्या करना पड़ेगा
मुझे लगवाना है
I interested to connect solar
3 k/w solar panel lagwana hai with subsidy
1kw soler cost
1kw
new solar plan apply